शनिवार, 27 मई 2017

खामोशियों के बीच : आरसी चौहान






तुमने पृथ्वी को गाली दी
उसने कुछ नहीं कहा
तुमने आसमान पर उछाला कीचड़
उसने भी तुम्हें कुछ नहीं कहा
तुमने घोले हवाओं में जहर
उसने भी तुम्हें कुछ नहीं कहा
तुमने लतियाया सूरज और चांद को
इन्होंने ने भी कुछ नहीं कहा
तुमने उतार लिए नदियों के सारे कपड़े
इन्होंने ने भी कुछ नहीं कहा
इनके कुछ नहीं कहने
और इनकी खामोशियों के बीच
किसी तूफान के आने की
पूर्व सूचना तो नहीं ?

रविवार, 30 अप्रैल 2017

इनमें से कौन हैं ? : आरसी चौहान

 

 

इनमें से कौन हैं ?

पृथ्वी एक जंगल है
इसमें दो ही आदमी रहते हैं
पहला शिकारी
दूसरा शिकार
आप इनमें से कौन हैं ?

संपर्क  - आरसी चौहान (जिला समन्वयक - सामु0 सहभागिता )
        जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आजमगढ़, उत्तर प्रदेश 276001
        मोबाइल -7054183354
        ईमेल- puravaipatrika@gmail.com

शुक्रवार, 31 मार्च 2017

मशीनों के खिलाफ : आरसी चौहान







चैता की धुन में
थिरकती गेहूं की बालियां को
थाहते हंसुए
तेज कर लिए हैं अपने दांत
मशीनों के खिलाफ
ताकि फिर कहीं कोई
किसान
न मिले
लटकता हुआ।
संपर्क-   आरसी चौहान (प्रवक्ता-भूगोल)
                 राजकीय इण्टर कालेज गौमुख, टिहरी गढ़वाल
                 उत्तराखण्ड 249121
                 मेाबा0-8858229760
                 ईमेल-puravaipatrika@gmail.com

मंगलवार, 28 फ़रवरी 2017

धरती के अकुलाये हराई में : आरसी चौहान



 















धरती से संवाद करते हुए
वह आंखों से नापता है
आसमान की दूरी


सीपियों के मुंह सा खुले
धरती के अकुलाये हराई में
स्वाती बूंदों सा
डालता है एक एक बीज


धरती को और चाकलेटी बनाते हुए
महसूसता है बीजों के अंखुआने की
कुलबुलाहट


अपने पसीने की बूंदों का
बादलों में बदलते हुए
देखता है खुशियों का इंद्रधनुष
जहां भूख ने आत्म समर्पण कर लिया है
और एक झण्डा
लहराने लगा है श्रम का।

संपर्क-   आरसी चौहान (प्रवक्ता-भूगोल)
                 राजकीय इण्टर कालेज गौमुख, टिहरी गढ़वाल
                 उत्तराखण्ड 249121
                 मेाबा0-8858229760
                 ईमेल-puravaipatrika@gmail.com

मंगलवार, 31 जनवरी 2017

उसने कहा

उसने कहा-  
तुम भविष्य के हथियार हो  
बात तब समझ में आयी  
जब  
मिसाइल की तरह  
जल उठा मैं

संपर्क-   आरसी चौहान (प्रवक्ता-भूगोल)
                 राजकीय इण्टर कालेज गौमुख, टिहरी गढ़वाल
                 उत्तराखण्ड 249121
                 मेाबा0-8858229760
                 ईमेल-chauhanarsi123@gmail.com

शुक्रवार, 30 दिसंबर 2016

कोई बच्चा स्कूल जा रहा है : आरसी चौहान



कोई बच्चा स्कूल जा रहा है

सरपट दौड़ती सड़क के किनारे
उंघते फुटपाथ पर
सो रहा एक बच्चा
और उसकी मां
बुन रही अपनी सांसों का गर्म स्वेटर
ताकि बड़े होते बच्चे को
जाड़े में पहनाकर भेज सके स्कूल

बच्चा पहचानने लगा है
रंगों का तिलिस्म
बतियाने लगा है अपने सुख दुख की बातें

वह जानने लगा है
पेड़ पर फुदकती चिड़ियों के बारे में
उनके सुन्दर सुन्दर घोसलों के बारे में

बच्चा पूछता है मां से
अपने घोसले के बारे में
अट्टालिकाओं को निहारते हुए
मां दिखाती है
बड़ा सा नीला आसमान

बच्चा कहता है हाथ फैलाकर
इत्ता बड़ा घर
? ? ?

मां उसके आंखों में काजल आंज रही है
माथे पर टीका पार रही है
उसकी पीढी में
पहली बार कोई बच्चा
स्कूल जा रहा है।

संपर्क   - आरसी चौहान (प्रवक्ता-भूगोल)
राजकीय इण्टर कालेज गौमुख, टिहरी गढ़वाल उत्तराखण्ड 249121
मोबा0-08858229760 ईमेल- puravaipatrika@gmail.com

बुधवार, 30 नवंबर 2016

एक बार फिर : आरसी चौहान



एक बार फिर

सब जन मरेंगे
आपकी स्मृतियां,यश,गुण,प्रतिष्ठा
सब दफन हो जाएगा

जी चुकी पृथ्वी अपनी उम्र का
अधिकांश हिस्सा
सूर्य पार कर चुका
अपनी उम्र का युवावस्था
मरेगा सूर्य
जब लाल दानव में बदलते हुए
आगोश में समा जाएंगे
उसके पार्थिव पुत्र
बुद्ध,शुक्र और पृथ्वी

जलता हुआ सूर्य
सबको एक चम्मच राख में बदल देगा
उस दिन तुम्हारे लिखे हुए
तमाम मोटे मोटे ग्रंथ
तुम्हारी आकांक्षाओं
और महत्वाकांक्षाओं का ज़खीरा
सिमट जायेगा एक बिंदु में


बिंदु के विस्फोट होने
और ब्रह्माण्ड के बनने तक
पृथ्वी अकुलायी हुई निकलेगी
सृष्टि का द्वार खोलते हुए एक बार फिर।