ईश्वर की अनुपस्थिति
में
ऐसी हो धरती
जहां भोरहरी किरणों
सा मुलायम
और मां की ममता की
तरह
पवित्र हों आदमी
उनके अकुलाए हाथ
बनाने में हों माहिर
खुशियों का मानचित्र
हवाओं को लपेट कर
रख सकें सिरहाने
ऐसा हुनर हो उनमें
जीवन के घाटों पर
बांट सके एक दूसरे
का सुख दुख
और जुड़ा सकें एक ही
छाया तले
ऐसी हो धरती
ईश्वर की अनुपस्थिति
में ।
संपर्क - आरसी चौहान (जिला समन्वयक - सामु0 सहभागिता )
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आजमगढ़, उत्तर प्रदेश
276001
मोबाइल -7054183354
ईमेल- puravaipatrika@gmail.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें